विद्यालय में अनुशासन
हम जानते ही हैं कि हमें विद्यालय में कैसे रहना चाहिए | पर हमें यह भी पता रहना चाहिए कि हमें शिक्षक के पढ़ाने पर सुनना चाहिए या कब बातें करनी चाहिए | आज मैं आपको बताने वाली हूँ कि हमें स्कूल में कैसे पेश आना चाहिए |
पहले हमें यह कोशिश करनी चाहिए कि हम कभी स्कूल देर से न आएँ | अगर हम लेट से आएँ तो जो भी क्लास चल रही है वह थोड़ी बहुत यदि छूट गई है तो बाद में उस कम को पूरा कर लें |आपको अपने स्कूल की पोशाक पहनना जरुरी है |जब अध्यापिका पढ़ा रही हों तो किसी से बात नहीं करनी चाहिए | अगर आपने किसी को देख लिया कि वो बात कर रहा हो तो उन्हें भी चुप रहने के लिए बोलकर अध्यापिका की बात ध्यानपूर्वक सुनने के लिए बोलें |
शिक्षक के आने से पहले पानी पीना, बोतल भरना और शौचालय जाना, ये सभी कम हो जाने चाहिए| कोई भी कचड़ा दिखे तो उसे कूड़ेदान में डाल देना चाहिए | जब शिक्षक पढ़ा रही हो तो हमें बीच में नहीं बोलना चाहिए | अगर कुछ बोलना भी है तो हाथ उठाना चाहिए |
नाम- आरोही सिंह -कक्षा- 5B
हिंदी दिवस सप्ताह में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मिला |