आसमान का राजा कौन?
एक ठंडी शाम को चाँद और तारे आकाश में बात कर रहे थे। तभी एक बच्ची की आवाज सुनायी दी और वो बोली "चाँद बहुत सुन्दर है और कितनी चमकदार है।" ये सुनकर चाँद ने सोचा "मैं आकाश का राजा हूँ।" तारे तुरंत बोले "नहीं, तुम राजा नहीं हो, सूरज आसमान का राजा है।"
पर चाँद ने कहा "नहीं मैं राजा हूँ।" सुबह हो गई और तारे घर जा रहे थे। तभी चाँद ने बोला "मैं नहीं जाऊँगा, तुम जाओ। सूरज आ गया। वो बच्ची सूरज को देखकर बोली "राजा आ गया तब चाँद रोने लगा। सूरज और तारे तब बोले "रो मत। हम सब आसमान के शान है!”
लेखक के बारे में:
गृहीता एक सात साल की छात्र है जो मंथन स्कूल, माधापुर में पढ़ रही है| गृहीता को पढ़ना पसंद है|