दोस्त
दोस्त वह है जो अपने भीतर के डर को दूर करे ,
दोस्त वह है जो कैसे भी हो हम, पर लगालें गले |
दोस्त एक ऐसा रत्न है ,
जो सारे गहनों से भी बढ़कर हो |
दोस्त एक ऐसी किस्मत है ,
जो कि नसीब वालों को मिलता है वो |
हमसफ़र दोस्त गर अच्छा हो तो
ज़िंदगी का रास्ता मज़ेदार बन जाता है |
दोस्त अगर हमदर्द हो तो ,
हर दर्द भी छू मंतर हो जाता है |
दोस्त का दिया उपहार चाँद-तारों से बढ़कर होगा ,
मांगे अगर मेरा दोस्त तो दिल क्या जान भी हाज़िर होगी |
सच्चे दोस्त अनमोल होते हैं ,रूठे अगर तो उसे मनाना होगा ,
ढूंढते रह जाओगे स्वार्थी दुनिया में, फिर कहाँ ऐसी दोस्ती मिलेगी |
By- Mahimna 8B