मेरी माँ !
है जननी मेरी माँ तू !
तेरे चरणों में रहने दे मुझे ,
तेरे स्पर्श को जीने दे मुझे ,
तेरी राह के काँटों को
पलकों से उठाने दे मुझे |
हर तकलीफ में तेरा साथ निभाने दे मुझे ||
कोई दर्द दिल में रह न जाए
जिगर का टुकड़ा बने रहने दे मुझे |
माँ मेरी तू अनमोल है |
तेरी सेवा करके, तर जाने दे मुझे |
माँ तेरी महक से तुझे पहचान जाती हँ,
अपने आँचल की गुड़िया बनी रहने दे मुझे |
माँ ! तेरी मुस्कान चाँदी-चाँदी सी लगती है ,
तू सारे दुनिया में परियों की रानी लगती है |
By- Shinjini 7th A